बिहार का एक और लाल बॉलीवुड में !
भारत-नेपाल सीमा से सटे जगत जननी माँ जानकी के उद्गम स्थल सीतामढी जिला स्थित चोरौत प्रखन्ड मुख्यालय के उत्तरी पंचायत में परदादा स्व. श्री अशर्फी मिश्र, दादा स्व. श्री गंगा प्रसाद मिश्र (शिक्षक, चोरौत उच्च विद्यालय) , पिता स्व. श्री शिव शंकर मिश्र व माता श्रीमती अम्बिका मिश्र के तीसरे संतान के रूप में 14 अक्टूबर 1990 को जन्मे दिवाकर कुमार ने चोरौत-सीतामढी ही नहीं बल्कि सूबे बिहार का नाम पूरे देश में रौशन किया है. आज भी बॉलीवुड में जहाँ बिहार के गिने-चुने लोग ही मौजूद हैं, वहाँ दिवाकर ने अपने अथक संघर्ष व जीवटता के बल पर बॉलीवुड में अपनी धमाकेदार एंट्री की है.बचपन में ही पिता का साया सिर से उठ जाने के बाद प्राथमिक शिक्षा अपने नानी के घर के नजदीक बसोपट्टी (मधुबनी) से ग्रहण करने के बाद वर्ष 2005 में श्री लखन नारायण स्मारक उच्च विद्यालय, चोरौत से मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की. फिर आगे की पढाई के लिये अपने सबसे बड़े भाई दीपक कुमार के पास दिल्ली आ गये. मुखर्जी नगर स्थित दिल्ली सरकार के विद्यालय से सी.बी.एस.इ. पाठ्यक्रम में वर्ष 2007 में 12वीं पास की. तत्पश्चात दिल्ली विश्वविद्यालय के संत स्टीफन कॉलेज से जर्मन भाषा में डिप्लोमा तथा रामजस कॉलेज से वर्ष 2011 में स्नातक की उपाधि हासिल की. बचपन से क्रिकेटर बनने की इच्छा रखने वाले दिवाकर अपने गाँव के स्थानीय रंगमंच पर भी एक-आध बार नजर आये. लेकिन असली मोड़ दिल्ली विश्व विद्यालय से जुड़ने के बाद आया. धीरे-धीरे आप भारतीय रंगमंच की हृदय-स्थली मंडी-हाऊस के जाने-पहचाने व स्थापित कलाकार हो गये. आपने यहाँ काफी मेहनत की और बाकी इतिहास, लक्खा- बुआ, महाराजा शेख-चिली , अम्मी- जान , टैक्स फ्री , अंधा युग , अँधेर नगरी , महाराजा कठपुतली सिंह, मँहगा राशन सस्ता भाषण, अभिज्ञान शाकुन्तलम, लाफ्टर ऑन द 23rd फ्लोर , चुप, लुटकी बाबा के रामलीला , खुसर- फुसर, स्वयंदीपा और मनोवीणा जैसे न जाने कितने ही नाटकों और नुक्कड़ नाटकों में अपने अलग-अलग अभिनय की छाप छोड़ी है. आपने डार्क,नो एक्जिट, फ्रीज, सफेद कबूतर जैसे छोटे फिल्मों में भी अपना दमदार अभिनय किया है. अगस्त 2011 में आपने पहली बार मायानगरी मुंबई का रूख किया. लेकिन एक बार फिर कुछ दिनों के लिये आप दिल्ली आ गये. आप वर्ष 2014 में दुबारा मुंबई आये. इतने कम दिनों में ही आपने निर्देशिका अपर्णा सिंह के निर्देशन में नसीरूद्दीन साह, अरशद वारसी सागरिका घटके, शरद केलकर, दिव्या दत्ता अभिनीत फिल्म "इरादा" में सहायक कलाकार की भूमिका में फिल्मी दुनियां में कदम रखा है.फिल्म 17 फरवरी 2017 को आने वाली है. अपने चाचा प्रभात कुमार के सबसे करीबी रहे दिवाकर को लेकर चाचा के आंखों में खुशी के आँसू हैं.हम सब आपके सफल व उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं. (सन्दर्भ:-प्रभात कुमार, संस्थापक प्रभात नव चेतना समिति के फेसबुक वाल से)
Good job big brother........
ReplyDeleteWow such a very good job bro.... Apna village ka name roshan kar diya
ReplyDeleteGood job dude........
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