Header Ads

इस गांव के निवासियों के आधार कार्ड कि मानें, तो यहां के सभी लोग 1 जनवरी को पैदा हुए हैं

बिहार के सीतामढ़ी से 40 Km दूर स्थित चोरौत गांव में 3000 से ज्यादा परिवारों के लोगों के आधार कार्ड में उनकी जन्मतिथि एक ही लिख कर आई है.
गांव वालों ने बताया कि उन्होंने पहचान के लिए अपने वोटर आईडी कार्ड और राशन कार्ड एक प्राइवेट एजेंसी को दिए थे, जिसे आधार कार्ड बनवाने का काम सौंपा गया था. इसके बावजूद ये चूक हुई है.
ऐसा नहीं है कि इस तरह कि गलती पहली बार हुई है.  इस गांव के लोगों ने जो आधार कार्ड बनवाए हैं, उन सब में उनकी जन्मतिथि 1 जनवरी लिखी हुई है.

1 comment: