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अश्विनी कुमार की रिपोर्ट : खुले आसमान में जीने को मजबूर है बाढ़पीड़ित

चोरौत (सीतामढी) , संस प्रखंड क्षेत्र मे बाढ ने कितने आशियाने को ध्वस्त कर दिया । घर से राशन व अन्य सामान निकालते तब तक पानी घर मे चला गया । चार धूर जमीन ही है , कर्ज लेकर चदरा व झॉझ से घर बनाया था । आशा था कि कम से कम दश साल तक घर के लिए नही सोचना पड़ेगा । 


बाढ ने रातो रात सपने को चूर कर दिया । अब तो कमर टुट चुकी है । कोई प्रतिनिधी देखने तक नही आए । सरकार द्वार पन्नी तक नही मिला । राहत सामग्री की बात दुर है  । यह बयॉ कर रही है परिगामा पंचायत के चन्द्रसैना गॉव वार्ड नं 7 निवासी धुरनी देवी, वह अपनी छोटी गोतनी दुखनी देवी के साथ उजरे आशियान पर ही खाना बना रही थी । बताती है , कि कल बारिश मे खाना नही बना पायी । मजबूरन आंसू पीकर सोना पड़ा । अभी पड़ोसी के यहॉ रह रही हूं । लेकिन दुसरे के घर मे कितना दिन रहू । पति संते दास  पुर्नवास के लिए अब बॉस ,फुस के जुगार में है ।   लगता है अभी महीनो बेघर ही रहना होगा । कुछ लोग मध्य विद्यालय मे रहने के बात कह रहे हैं ।

आश्विनी कुमार
दैनिक जागरण

3 comments:

  1. hlo sir kabhi choraut ka hi ek abhin hisa jo hai jiska name sakram gaon hai kabhi vaha bhi dekhi us gaon ki bhi khabar lijiye kaise garib taras rhe hai rahat samagri k liye or jo thode se jaan pehchan wale hai ooo khaye jaa rhe hai unke bhi paise yaja tak ki jo 2-4 kg aanaaj bhi milne wala hota hai use ye khkar nhi dete us budhi ko ki aapke bete bahu to bahar rahte hai

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  2. jaiye sir name hai unka Devsunder Devi jo Gulab pandey ki maa h

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