चोरौत में पांच सूत्री मांगों को लेकर वाम मोर्चा 5 मई को धरना देंगे
चोरौत | मनोज कुमार कर्ण
सीपीआई ने इस महामारी के संकट के समय थाना के एएसआई अरविंद कुमार द्वारा दिन रात निरंतर काम करते रहने पर सम्मानित करने के बजाय गलत आचरण बता कर प्रभारी द्वारा ताबादल कराने, राशन कार्ड से वंचित को राशन कार्ड नहीं बनने, मृतक के परिजनों मुआवजे की घोषणा नहीं की जाने,क्वारेंटाइन सेंटर पर समुचित व्यवस्था नहीं करने, सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर 5 भी को प्रखंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे।सीपीआई नेता नवल किशोर राउत ने एक प्रेस विज्ञप्ति देकर प्रवासी मजदूरों से घर पहुंचाने के एवज में उनसे पैसा वसूलने के सरकार के आदेश की कड़ी निंदा की है। और इसे मजदूर और मानवता विरोधी कदम बताया है। विज्ञप्ति के माध्यम से सरकार के खिलाफ वाम दलों ने 5 मई को लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए 11 बजे से 3 बजे तक धरना देने का निर्णय लिया है।कोरोना लॉकडाउन के दरम्यान घर लौटने के दौरान रास्ते में, भूख, आत्महत्या, दुर्घटना, भीड़ हिंसा आदि में अनेक लोगों को जान गवांनी पड़ी हैं। ऐसे तमाम मृतक मज़दूरों के परिवारों को पीएम केअर फण्ड से 20-20 लाख रु के मुआवजे देने, प्रवासी मजदूरों को 10 हजार लॉक डाउन भत्ता देने, बिना राशन कार्ड वाले सहित सभी गरीबों को 3 माह का राशन, मारे गए मज़दूरों को 20 लाख का मुआवजा तथा मुफ्त में सुरक्षित घर वापसी की गारन्टी की जानी चाहिए।
सीपीआई ने इस महामारी के संकट के समय थाना के एएसआई अरविंद कुमार द्वारा दिन रात निरंतर काम करते रहने पर सम्मानित करने के बजाय गलत आचरण बता कर प्रभारी द्वारा ताबादल कराने, राशन कार्ड से वंचित को राशन कार्ड नहीं बनने, मृतक के परिजनों मुआवजे की घोषणा नहीं की जाने,क्वारेंटाइन सेंटर पर समुचित व्यवस्था नहीं करने, सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर 5 भी को प्रखंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे।सीपीआई नेता नवल किशोर राउत ने एक प्रेस विज्ञप्ति देकर प्रवासी मजदूरों से घर पहुंचाने के एवज में उनसे पैसा वसूलने के सरकार के आदेश की कड़ी निंदा की है। और इसे मजदूर और मानवता विरोधी कदम बताया है। विज्ञप्ति के माध्यम से सरकार के खिलाफ वाम दलों ने 5 मई को लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए 11 बजे से 3 बजे तक धरना देने का निर्णय लिया है।कोरोना लॉकडाउन के दरम्यान घर लौटने के दौरान रास्ते में, भूख, आत्महत्या, दुर्घटना, भीड़ हिंसा आदि में अनेक लोगों को जान गवांनी पड़ी हैं। ऐसे तमाम मृतक मज़दूरों के परिवारों को पीएम केअर फण्ड से 20-20 लाख रु के मुआवजे देने, प्रवासी मजदूरों को 10 हजार लॉक डाउन भत्ता देने, बिना राशन कार्ड वाले सहित सभी गरीबों को 3 माह का राशन, मारे गए मज़दूरों को 20 लाख का मुआवजा तथा मुफ्त में सुरक्षित घर वापसी की गारन्टी की जानी चाहिए।
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