पाकिस्तान ने जारी किया फतवा महिलाओं के साथ किया जा सकता है दुष्कर्म
1971 के युद्ध के दौरान, पाकिस्तान में एक फ़तवा जारी किया
गया कि समस्त बांगलादेशी ‘स्वतंत्रता सेनानी’ हिन्दू माने जायेंगे और उनकी महिला सम्बन्धियों के साथ दुष्कर्म किया जा
सकता है। यह आतंक अभियान स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले बंगालियों को हतोत्साहित करने के लिए था।
उसके बाद बांगलादेश की अबलाओं पर बेलगाम अत्याचार के
चलते हज़ारों अनचाहे गर्भ, भ्रूण हत्या, शिशुहत्या अथवा आत्महत्या करने के लिए उन्हें असहाय
कर दिया गया।पीड़िताओं की आयु 8 – 75 साल, और संख्या 4 लाख के करीब बताई जाती है। विश्व स्तर पर माना गया कि इस अभियान को एक अनुशासित
सेना के द्वारा सुनियोजित ढंग से एक रणनीति के अंतर्गत अंजाम दिया गया।
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लेखक
जनरल (रिटायर्ड) वि. के.
सिंह
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