प्रखंड में स्वच्छता के मिसाल बने प्रधानाध्यापक शशिकांत
चोरौत (सीतामढी़):- कुदाल,बेल्चा, खुरपी व झारू ये सब
रखते है पर प्रधानाध्यापक शशिकांत कर्ण के लिए इन चीजों का इस्तेमाल सामाजिक सफाई
के लिए होता है ।
चोरौत प्रखंड मुख्यालय के पश्चिम मे स्थित कन्या
मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रत्येक दिन विद्यालय 08:30 बजे पहुंच कर सबसे पहले विद्यालय के प्रांगन और प्रखंड मुख्यालय
जाने वाली सड़क पर झारू लगाकर कुदाल व बेल्चा से गंदगी को साफ करते
है. यह कार्य नित्यदिन का है ।
पहले प्रखंड मुख्यालय जाते समय लोगों को
नाक बंद कर और निचे गन्दगी देख कर जाना पड़ता था लेकिन अब लोग उनके कार्य को देखकर साफ
रहना सीख रहे हैं. शशिकांत कर्ण स्वच्छता
के नाम पर चोरौत
प्रखंड में एक मिसाल हैं।
वे कहते है कि स्वच्छता में इश्वर का वास होता है और जहॉ
स्वच्छता है वही शिक्षा है । मै महात्मा गॉधी के जिवनी और उनके द्वारा दिए गए शिक्षा
से प्रेरित हूं ।
--
अश्विनी कुमार
दैनिक जागरण संवाददाता
8757305349
Post a Comment